पुज्य बहेनश्रीनी अम्रुतवाणी

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151 (जीव) बहारनुं कार्य करवानो पुरुषार्थ घणा करे छे. FLV FLV (Unknown)
152 पुरुषार्थ मात्र स्वभाव सन्मुखनो करवो के पुरुषार्थमां मोहने टाळवानी पण अमारी भागे जवाबदारी खरी? FLV FLV (Unknown)
153 स्वभावने कइ रीते ओळखवो? FLV FLV (Unknown)
154 जीव एकळो पोते पोताना पुरुषार्थथी काम करे छे तेम लिइये तो पछी FLV FLV (Unknown)
155 बधी जवाबदारी जीवनी छे.पोते बधुं करवानुं छे. ऐ वात स्वीकारी लीधी छे FLV FLV (Unknown)
156 पुज्य गुरुदेवश्रीइ समजण करावी पण रुची-लीनता करवामां गुरुदेवनी मदद FLV FLV (Unknown)
157 विक्लप आवे ते वखते आवी रीते करवानी वात छे FLV FLV (Unknown)
158 विक्लपनी भुमिका वखते वच्चे जे प्रमाणमां थोडुं घणुं भावभासन जेवुं थाय FLV FLV (Unknown)
159 भावभासनमां शुं थतुं हशे? FLV FLV (Unknown)
160 भावभासननी परिणतिने ज्ञानीनी सविकल्पदशानी परिणति साथे सरखावी शकाय? FLV FLV (Unknown)