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| 11 | सामान्य तरफ लइ जवा माटे आटलो तो व्यवहार राखीऐ? |
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(Unknown)
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| 12 | समयसार क्ळश १३६मां आवे छे के "सम्यग्द्रष्टिने ज्ञान अने वैराग्य शक्तितनी संधि नियमथी होय छे" |
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(Unknown)
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| 13 | पुज्य बहेनश्री चंपाबेननी ७२मी जन्मजयंती |
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(Unknown)
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| 14 | समयसार त्रिजा स्लोकमां भगवान अम्रुतचंद्राचार्यदेवे कह्युं छे के आ समयसारशास्त्रनी टीकाथी मारी परम विशुद्धि थाओ. |
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(Unknown)
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| 15 | साधकने अंतरमां आलंबंनभुत तत्व शुं छे? शुं जेनुं अनुभवन होय तेनुं ज वेदन होय छे? |
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(Unknown)
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| 16 | आप अने पुज्य गुरुदेवश्री वारंवार कहो छे के करवानुं तो तारे ज छे.. |
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(Unknown)
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| 17 | समयसार गाथा २०६मां आवे छे के ऐटलो ज सत्य आत्मा छे जेटलुं आ ज्ञान छे. |
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(Unknown)
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| 18 | ज्ञानी अने अज्ञानीमां ऐवो तो शो तफावत छे के ज्ञानीना बधा भावो वेपार,लडाइ वगेरे करवा छतां पण ज्ञानमय कहेवाय छे |
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(Unknown)
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| 19 | पुज्य गुरुदेवश्रीऐ जे सम्यग्दर्शननो खुब खुब महिमा गायो छे |
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(Unknown)
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| 20 | प्रवचनसार गाथा ३९/४७मां 'प्रत्यक्ष ज्ञाननो महिमा" |
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(Unknown)
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